जयपुर
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज 11 बजे विधानसभा में बजट पेश करेंगे। आज गहलोत और वसुंधरा राजे के रिकाॅर्ड की बराबरी होगी। वर्ष 2003 में वसुंधरा राजे जब पहली बार मुख्यमंत्री बनी थी, तब उन्होंने वित्त विभाग की कमान संभाली थी। इसके बाद गहलोत ने अपने दूसरे कार्यकाल में वित्त विभाग की कमान संभाली। तब से प्रदेश में वित्त जैसा महत्वपूर्ण महकमा मुख्यमंत्री के पास ही रहता है। बतौर सीएम वसुंधरा राजे ने 10 बार बजट पेश किया और अपने तीसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करने के बाद सीएम गहलोत भी इस रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे।
बजट में नई भर्तियों की घोषणा संभव
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मिले सुझाव के मुताबिक इस बजट में मुख्यमंत्री गहलोत श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए कानून लेकर आने वाले हैं। इस योजना के तहत मोबाइल एप्लीकेशन से जुड़ी रोजगार की स्कीम्स में काम कर रहे कर्मचारियों को विभिन्न राज्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभार्थी बनाने के लिए एक कानून का प्रस्ताव कर सकती है। बजट में करीब एक लाख नई भर्तियों की घोषणा के आसार है। नए रोजगार शुरू करने के लिए सरकार भारी भरकम छूट और पैकेज देने की योजना लाएगी। बता देंमुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को साल 2023-24 के बजट को अंतिम रूप दिया। इस चुनावी बजट में गहलोत किसान, युवा, महिलाओं के लिए खास सौगातें दे सकते हैं. अतिरिक्त वित्त सचिव अखिल अरोड़ा, सचिव राजस्व कृष्ण कांत पाठक, वित्त सचिव रोहित गुप्ता के अलावा नरेश कुमार ठकराल और बृजेश पाठक की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने दस्तखत करते हुए आने वाले वित्त वर्ष का लेखा-जोखा तैयार किया। सीएम गहलोत ने संकेत दिए है कि इस बार का बजट युवाओं, किसानों और महिलाओं पर केंद्रित रहेगा। माना जा रहा है कि सीएम गहलोत 1 लाख बंपर भर्तियों की घोषणा कर बेरोजगार को राहत प्रदान क सकते हैं। किसानों को फ्री बिजली देने की घोषणा भी सीएम कर सकते हैं। राजस्थान में 50 यूनिट फ्री बिजली दी जा रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि फ्री यूनिट बिजली का दायरा 300 यूनिट तक किया जा सकता है। पंजाब और हिमाचल में 300 यूनिट तक बिजली दी जा रही है। सीएम गहलोत फ्री बिजली का दांव खेलकर केजरीवाल का मुद्दा छीनने की तैयारी में है।
5 अफसरों ने की 105 दिन तक मेहनत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 10 फरवरी को प्रदेश का बजट पेश करेंगे। इस बार बजट को लेकर वे बहुत उत्साहित हैं और इसकी ब्रांडिंग में भी जुटे हैं। कल वे जिस जादू के पिटारे (बजट ब्रीफकेस) को खोलने वाले हैं, उसे तैयार करने में उनके पसंदीदा 4 IAS अफसरों और एक RAS अफसर ने करीब 105 दिनों तक रोजाना 12 घंटे काम करने की मेहनत की है।सचिवालय स्थित ब्यूरोक्रेसी के गलियारों में इन अफसरों की यह मेहनत चर्चा में बनी हुई है। क्योंकि यह पहला मौका है जब सीएम ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से लेकर राजधानी के हर खास चौराहे पर बजट की ब्रांडिंग की है। करीब एक महीने पहले बजट जब लगभग फाइनल होकर सीएम गहलोत के पास ले जाया गया था, तो गहलोत ने समय पर बजट तैयार करने के लिए वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और इस बजट टीम के कप्तान अखिल अरोड़ा की खासी तारीफ की थी।
कॉलेजों में बजट का होगा लाइव प्रसारण
राजस्थान की 16वीं विधानसभा के आखिरी बजट सत्र को प्रदेश के सभी गवर्नमेंट और प्राइवेट कॉलेजों में लाइव दिखाया जाएगा। इस संबंध में कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय की ओर से सभी संस्था प्रधानों को आदेश जारी किए गए हैं। आदेशों में स्पष्ट किया गया है कि प्राचार्य अपने कॉलेज में इस बजट के लाइव प्रसारण की व्यवस्था करें ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में विद्यार्थी-शिक्षक इस बजट का लाइव प्रसारण देख सकें। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात और परीक्षा पर चर्चा जैसे कार्यक्रमों को भी स्कूल-कॉलेजों में लाइव प्रसारण होता रहा है। अब कांग्रेस सरकार ने भी वही फार्मूला अपनाते हुए बजट सत्र से ज्यादा से ज्यादा युवाओं और छात्रों को जोड़ने के लिए ये प्रयास किया है. जिससे राज्य सरकार इस बजट में युवाओं और छात्रों के लिए जो घोषणा करने जा रही है इससे वो सीधे जुड़ सकें।