मोदी गर सरदार पटेल को मानते हैं तो संघ पर प्रतिबंध लगाएं-बघेल

रायपुर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा और कहा कि मोदी अगर पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार पटेल को मानते हैं तो उन्हें आरएसएस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। जिस तरह से अपने कार्यकाल में सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने कहा था। बघेल ने यह सवाल भी खड़ा किया कि काला पानी की सजा काटने वालों में से केवल सावरकर को ही वीर की उपाधि किसने दे दी। काला पानी की सजा उस समय सैकड़ों को हुई थी।
मुख्यमंत्री बघेल ने पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर यहां कालीबाड़ी चौक और राजीव भवन में याद करते हुए उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश दोनों महान नेताओं को याद कर रहा है। इन दोनों महान नेताओं ने देश के निर्माण में अभूतपूर्व योगदान दिया। सरदार पटेल ने एकीकरण में अपनी पूरी शक्ति लगाते हुए देश को एकजुट किया। श्रीमती गांधी ने देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए अपनी शहादत दी। सरदार पटेल को उनके व्यक्तित्व और कृतित्व के कारण लौह पुरुष कहा जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को आयरन लेडी कहा जाता है। दोनों महान विभूतियों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। आज उनके कार्यों और विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए वीर सावरकर को दी जा रही उपाधि पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि वीर सावरकर को उपाधि कैसे दी जा रही है? उस समय सैकड़ों लोगों को काला पानी की सजा हुई थी। करीब 5 सौ लोग जेल में थे। किसी ने अंग्रेजों से माफी नहीं मांगी। सरदार पटेल भी जेल में रहे और उन्होंने भी माफी नहीं मांगी। भगत सिंह जेल में थे, पर उन्होंने भी माफी नहीं मांगी। दोनों नेताओं ने लंबे समय तक संघर्ष किया। वहीं वीर सावरकर ने अंग्रेजों से माफी क्यों मांगी। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि कांग्रेस अहिंसा का मार्ग पर चली, लेकिन आज उनके सामने एक बड़ी चुनौती है। हमारे नेताओं को लड़ाने-भिड़ाने का काम किया जा रहा है।